सचिन के फैसले से आश्चर्यचकित हैं कांबली
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर के अपने जीवन पर लिखी किताब के लिए अपना खून देने के फैसले ने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि उनके बचपन के दोस्त और पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली को भी हैरानी में डाल दिया है।
आगामी फरवरी में प्रकाशित होने वाली इस किताब के हस्ताक्षर पृष्ठ के लिए सचिन के खून से युक्त लुगदी का कागज बनाया जाएगा और उनके डीएनए प्रोफाइल पर केंद्रित पन्ना भी इसमें जोड़ा जाएगा।
कांबली ने इस तरह किताब में अपने खून के इस्तेमाल की इजाजत देने के सचिन के फैसले पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा मैं बिल्कुल चकित हूं। अगर कोई मुझसे ऐसी उम्मीद करता तो हैरानी की बात नहीं थी, लेकिन सचिन से किसी को ऐसी उम्मीद नहीं थी।
सचिन की आत्मकथा ‘तेंडुलकर ओपस’ के इस विशेष संस्करण की १क् प्रतियां प्रकाशित होंगी जिन पर सोने की पत्ती जड़ी होगी। इसकी कीमत लगभग लगभग ३४ लाख रुपए होगी।
इनकी बिक्री से प्राप्त कुल तीन करोड़ 75 लाख रुपए स्कूल निर्माण में लगी सचिन की चैरिटेबल संस्था को दिए जाएंगे। कांबली ने कहा यह देखकर अच्छा लग रहा है कि सचिन इससे मिलने वाली राशि जरूरतमंदों के लिए दान कर रहे हैं। मैं भी इस नेक काम में उनकी हर संभव मदद करने की कोशिश करूंगा। उन्होंने साथ ही कहा मैंने कभी सचिन का खून बहते नहीं देखा।
पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले दौरे में जब उन्हें चोट लगी थी, वह मैंने टेलीविजन पर जरूर देखा था। पर सचिन ने एक किताब के लिए अपना खून दिया, यह देखकर मैं हैरान हूं।
वहीं मास्टर ब्लास्टर ने कहा खेल के मैदान से लेकर कई जगहों की यात्रा तक यह सब मेरे करियर का हिस्सा रहे। अपने जीवन से जुड़े सुनहरे लम्हों को इस तरह किताब में देखना निश्चय ही अद्भुत है। मुझे नहीं लगता कि अपने जीवन और करियर को पेश करने का इससे बेहतर जरिया हो सकता है।
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