16 November 2010
नई दिल्ली:पेट्रोल के बाद अब सरकार ने डीजल कीमतों को बाजार ताकतों द्वारा निर्धारित करने की अनुमति देने के बारे में सैद्धांतिक तौर पर निर्णय किया है।पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने बताया कि सरकार ने रिफाइनरी से निकलते समय और खुदरा स्तर पर बेचने के लिए डीजल का मूल्य बाजार ताकतों द्वारा निर्धारित करने का सैद्धांतिक तौर पर निर्णय किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डीजल के खुदरा बिक्री मूल्य में दो रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का इस साल 26 जून को निर्णय किया था।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष ने सरकार को यथाशीघ्र डीजल की कीमतों पर नियंत्रण समाप्त करने की सलाह दी थी। देवड़ा ने यह जानकारी राम जेठमलानी और रविशंकर प्रसाद के सवालों के लिखित जवाब में आज राज्यसभा को दी।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष ने 20 अक्टूबर को एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा था कि डीजल मूल्यों को नियंत्रण मुक्त करना पेट्रोल के दाम नियंत्रण मुक्त करने का स्वाभाविक नतीजा है। अन्यथा इससे मूल्यों में विकृति आएगी। ऐसा करने का उचित समय तब होगा जब मुद्रास्फीति कम होना शुरू हो जाए
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