व्यवहार में शिष्टाचार
व्यवहार से पता चलता है कि व्यक्ति किस स्वभाव का है। व्यवहार मे शिष्टाचार का होना इसलिये ज़रूरी है क्योंकि दोस्त और दुश्मन दोनो शिष्टाचार अर्थात व्यवहार से ही मिलते हैं। अच्छा व्यवहार दूसरों की नज़रों मे भी ऊंचा उठाता है। कुछ सामान्य बातें जो प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक जीवन मे अपनानी चाहियें क्योंकि शिष्टाचार व्यवहार का आईना है।
A किसी के यहां बिना बताए ना जाएं। जाने से पहले उन्हे सूचित कर दें।
A किसी ऐसे कार्यक्रम, जहां बच्चो का ले जाना मना है, तो वहां बच्चे ना ले जाएं।
A सामने वाले से आँखे मिला कर बात करें, इससे सामने वाले के हाव-भाव का पता चलता है।
A मूड कितना भी खराब हो, किसी को भी चिल्ला कर या झल्ला कर जवाब ना दें।
A आवाज़ धीमी और विचार साफ रखें।
A किसी भी व्यक्ति का मज़ाक ना उडाएं।
A किसी को गलत नाम से ना बुलाएं।
A जब भी पूल पार्टी हो, अपना हिस्सा इमानदारी से दें।
A यदि आप बाजार मे हैं तो लिपस्टिक लगाना या साडी का पल्लु ठीक करना अभद्रता है।
A यात्रा करते समय किसी से अखबार मांग कर न पढ़े, ये असभ्यता है।
A यदि बच्चों, बुजुर्गों, या महिलाओं को सड़क पार करते देखें तो गाडी की गति धीमी कर दें।
A पब्लिक टायलेट इस्तेमाल करने के बाद फ्लश जरूर करें।
A टायलेट पेपर इस्तेमाल करने के बाद डस्टबिन मे ही डालें, यहां-वहां न फैंके।
A दूसरों का सम्मान करें।
30 January 2011
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