संविधान सभा द्वारा 14 सितंबर, 1949 को सर्वसम्मति से हिंदी को संघ की राजभाषा घोषित किया गया था। तब से केंद्र सरकार के देश-विदेश स्थित सभी कार्यालयों में हर साल 14 सितंबर हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। लेकिन बहुतों को पता नहीं कि हिंदी केवल राजभाषा या सरकारी भाषा है, राष्ट्रभाषा नहीं। गुजरात हाईकोर्ट ने 13 जनवरी 2010 को एक आदेश में कहा था, “सामान्यत: भारत में ज्यादातर लोगों ने हिंदी को राष्ट्रभाषा की तरह स्वीकार किया है। बहुत से लोग हिंदी बोलते हैं और देवनागरी में लिखते हैं लेकिन रिकॉर्ड पर ऐसा कोई आदेश या प्रावधान मौजूद नहीं है जिसमें हिंदी को देश की राष्ट्रभाषा घोषित किया गया हो।”
हिंदी, ये वही हिंदी है, जो हमारी राष्ट्र भाषा है. हर साल हम औपचारिकता कर इस एक दिन इस राष्ट्र भाषा को सम्मान से गदगद कर देते है और फिर बाकि के दिनों के लिए उसे उसी पुराने संताप में तड़पने के लिए छोड़ देते है. हमारा मिजाज़ ही कुछ ऐसा बन गया है। कारक्कुन्नु सरकारी हाइस्कूल में इस साल....
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- कविता आलाप
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- हिंदी भाषी से मुलाकात
- हिंदी स्कूल सभा
- देशभक्ति गीत, सुगम गीत, संघ गीत प्रतियोगिता
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