सकुबाई नाटक की रंगसज्जा में महानगरीय
जीवन का कौन-सा पहलू प्रकट होता है?
रंग सज्जा से पता चलता है कि इस घर में एक उच्च मध्यनगरीय
परिवार के सदस्य रहते है। परिवार के सदस्य
कुछ-न-कुछ गड़बड़ी में रहनेवाले है। घर में नौकरानी रखी गई है।अत. सब काम उसे सौंप देने का उद्देश्य भी उनके मन में है।
यब लोग यही सोचते हैं कि बाई रखी है तो हम काम क्यों नहीं करें?
नौकरानी के प्रति मालिक का कौन-सा मनोभाव
यहाँ प्रकट होता है ।
शहरी जीवन की यह विशेषता है कि घरवाले
नौकर-नौकरानी रखते है।मालिकिन के पास रसोई के लिए आवश्यक समय न रहता
है।नाटक में भी इसलिए नौकरानी के लिए छोड़ देना अच्छा नहीं है। आखिर नौकरानी भी तो
एक मनुष्य है न ।
संपन्नता और विपन्नता में रहने वाले बच्चों के व्यवहार अंतर
दिखाई देता है।दूध और बिस्कुट के संदर्भ को आधार बनाकर इसपर टिप्पणी लिखिए।
पूजा कपूर के बच्चों को खिलाने
में सकुबाई को बहूत परिश्रम करना पड़ता है। घर में आवश्यक मात्रा में भौजन रहता है
तो बच्चे खाते नहीं है।सकुबाई सोचती है कि मुझ जैसी गरीबों के घर में अगर दूध
और बिस्कुट लेकर जाती तो बच्चे जल्दी ही हमारे पीछे हो जाते
है।संपन्नता में रहनेवाले बच्चों के व्यवहार में यही अंतर दिखाई देता है।
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