1. तालिका की पूर्ति करें। 2
पाठ
|
प्रोक्ति
|
लेखक
|
गौरा
|
रेखाचित्र
|
महादेवी वर्मा
|
वह तो अच्छा हुआ
|
कविता
|
भगवत रावत
|
वापसी
|
कहानी
|
उषा प्रियंवदा
|
प्रिय डॉक्टर्स
|
उपन्यास अंश
|
पुनत्तिल कुञ्ञब्दुल्ला
|
2. अंग्रेज़ी शब्दों के स्थान पर उनके समानार्थी शब्दों से खंड का पुनर्लेखन । 3
कमला को पंजीकृत पत्र मिला। वह प्रबंधक के पास गई। उन्होंने कहा कि खाता संख्या नहीं लिखी है।
3. निम्नलिखित घटनाओं को क्रमबद्ध करके लिखें। 2
• अवकाश प्राप्त गजाधर बाबू घर वापस आया।
• गजाधर बाबू ने नौकर को छुड़ा दिया।
• गजाधर बाबू को चीनी मिल में नौकरी मिल गई।
• नरेन्द्र ने बड़ी तत्परता से बिस्तर बाँधा और रिक्शा बुला लिया।
4. डॉ. कुमार की विशेषताएँ। 2
• गरीबों की सेवा करनेवाला।
• मरीज़ों से सहानुभूति रखनेवाला।
5-7 किन्हीं दो के उत्तर लिखें। 2x2=4
5. कवि उन दिनों में नगर में चैनल का नहीं होना बड़ा सौभाग्य मानते हैं। क्योंकि यदि वे होते तो आ धमकते और नई-नई खबरें गढ़ते। चैनलवाले खबरें गढ़ने और कहानियाँ बनाने में बड़े होशियार हैं। 2
6. गजाधर बाबू के परिवारवाले उनके पैसे से खुशी की जिंदगी जीनेवाले थे। गजाधर बाबू ने नौकर को छुड़ा दिया और बेटी, बहू आदि को काम करने का निर्देश दिया। लेकिन वे आलसी लोग ऐसा बर्ताव पसंद नहीं करते। इसलिए वे उनसे दूर रहने लगे। 2
7. जब मेम साहब के घर में थी तब सकुबाई के सामने डिटेर्जेन्ट बेचनेवाली लड़की आई। वह पढ़ी-लिखी थी। इसलिए उसे लगा कि अनपढ़ होकर सकुबाई घर-घर में काम करती फिरती है और पढ़े-लिखे भी काम करते घूमते हैं। 2
8 से 11 तक के प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखें। 4x3=12
8. डॉ. कुमार के भाषण से प्रभावित छात्र की डायरी।
4
स्थान:....................
तारीख:...................
आज जल्दी उठकर तैयार हुआ। ठीक समय पह कॉलेज पहुँचा। आज मेरी मेडिकल शिक्षा का पहला दिन था। घबराहट थी। प्रो. डॉ. कुमार ने हमारे सामने एक भाषण पेश किया। ज़ोरदार... प्रभावी... डॉक्टर के पेशे के महत्व के बारे में उनके भाषण से समझ सका।
सभी छात्र खामोश होकर बड़ी सावधानी से सुन रहे थे। उनके अनुसार डॉक्टरों की दुनिया अलग है। यह एक पुनीत काम है। उनके अनुसार डॉक्टर चिकित्सा से रोटी कमा सकते हैं, लेकिन धूमधाम की जिंदगी की उम्मीद नहीं कर सकते। डिसेक्शल हॉल में भी उनका भाषण था। हॉल की बदबू अब भी दूर नहीं हुई। आज का दिन मेरी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण दिन था।
9. गजाधर बाबू ने नौकर को छुड़ा दिया। उसपर उनके परिवारवालों के बीच का संभावित वार्तालाप।
4
अमर : बाबूजी को यह क्या हुआ? नौकर को छुड़ा दिया।
नरेन्द्र : फिर सारे काम कौन करेगा?
गजाधर की पत्नी : बाबूजी कहते हैं कि खर्च कम करना है।
बसंती : मैं रसोई का काम नहीं करूँगी, मुझे कॉलेज जाना है।
अमर : बाबूजी इस बुढ़ापे में ऐसा क्यों कर रहे हैं?
गजाधर की पत्नी : उनको आगे वेतन नहीं मिलेगा न, सिर्फ पेंसन है।
नरेन्द्र : तो क्या हुआ?
गजाधर की पत्नी : घर के काम सबको करने पड़ेंगे।
नरेन्द्र : तो आगे बसंती को खाना पकाना पड़ेगा।
बसंती : मैं नहीं करूँगी। मुझे पढ़ना है।
नरेन्द्र : हे भगवान! तुम्हारे हाथों से बना खाना कैसा होगा?
बसंती : मैं नहीं बनाऊँगी न? तुम चिंता मत करो।
गजाधर की पत्नी : सबको कुछ-न-कुछ काम अवश्य करना पड़ेगा।
10. गौरा की मृत्यु हुई। बहन श्यामा के नाम महादेवी का पत्र। 4
स्थान:.....................
तारीख:....................
प्यारी बहन,
तुम कैसी हो? घर में सब ठीक हैं न? मैं ठीक हूँ।
श्यामा, आज हमारी गौरा की मृत्यु हुई। ब्रह्ममुहूर्त में, मेरे सामने ही उसका अंत हुआ। उसकी मृत्यु ज़रूर होनेवाली थी। लेकिन इतनी प्यारी, निष्कलंक जानवर की मृत्यु- वह भी एक निर्मम मानव की निर्दय व्यवहार से
उसके पार्थिव अवशेष को मैंने गंगा मैया को समर्पित किया। हम उसके आघात से मुक्त नहीं हुए। क्योंकि वह हमारे परिवार की एक सच्ची सदस्या बन गई थी।
सबको मेरा नमस्कार कहना।
तुम्हारी बहन,
(हस्ताक्षर)
महादेवी।
सेवा में
श्यामा,
…..........
…................।
11. गली को गंदगी को मुक्त कराने की सूचना देनेवाला पोस्टर।
4
कूड़े-कचड़े इधर-उधर मत डालो।
गंदगी से मक्खी-मच्छर बढ़ते हैं।
मक्खी-मच्छर कीटाणुओं को फैलाते हैं।
कीटाणुओं से संक्रामक बीमारियाँ होती हैं।
वैयक्तिक सफाई से पारिवारिक सफाई!
पारिवारिक सफाई से सामाजिक सफाई!!
+गली को साफ रखें+
+ बीमारियों से दूर रहें।+
केरल स्वास्थ्य विभाग
12-14 कवितांश के आधार पर उत्तर।
12. फूल मुरझाया हुआ है। 1
13. मुरझाया फूल। 1
14. यह कवितांश मशहूर कवयित्री स्वर्गीय सुभद्राकुमारी चौहान का है। इसमें कवयित्री दीन-दुखियों को दुख नहीं पहुँचाने का उपदेश देती है। यह मुरझाया फूल है, इसलिए इसका हृदय दुखाना नहीं चाहिए। मुरझाया हुआ फूल होने के कारण उसकी पंखुड़ियाँ स्वयं बिखेरनेवाली हैं, उन्हें मत बिखराइए। फूल के पास से गुज़रते समय उसे चोट न पहुँचाएँ। यह फूल अपने जीवन की अंतिम घड़ियों में है। उसे और दुखी न बनाएँ, न रुलाएँ। जो कठिनाई का सामना करता है उसके सहायता और प्रेमपूर्ण व्यवहार सहायक होते हैं। कभी भी पीड़ितों को और पीड़ाएँ नहीं देनी चाहिए। कठिनाइयों का सामना करने का उपदेश देनेवाला यह कवितांश अच्छा और प्रासंगिक है।
15. संशोधन से खंड का पुनर्लेखन। 2
कमला का भाई प्रमोद अपनी बहिन से मिलने आया। मिलने पर प्रमोद खुश हुआ।
16. उचित विशेषण चुनकर खंड का पुनर्लेखन। 2
मैला कपड़ा पहनकर वह भूखा आदमी संकरी गली की ओर अपने छोटे बच्चे के साथ चल रहा है।
17. उचित योजक के प्रयोग से वाक्यों का पुनर्लेखन। 1
पानी नहीं बरसा, इसलिए बड़ी गरमी है।
बड़ी गर्मी है परंतु पानी नहीं बरसा।
18-21 खंड के आधार पर उत्तर।
18. उसका में प्रयुक्त सर्वनाम वह है। 1
19. विज्ञान मनुष्य के लिए वरदान है वाक्य में विज्ञान शब्द संज्ञा है। 1
20. आज का युग विज्ञान का युग है। क्योंकि मानव जीवन के हर क्षेत्र में उसका प्रभाव देखा जा सकता है। 1
21. विज्ञान ने विमान के आविष्कार से मानव की उड़ने की कल्पना को सफल बनाया। टेलिफोन से हज़ारों मील दूर रहनेवाले से बात करना, सुदूर स्थानों में होनेवाली घटनाओं को दूरदर्शन के माध्यम से अपने कमरे में बैठकर देखना आदि संभव बनाया। अत: विज्ञान मानव के लिए वरदान है। 2
रवि. एम.,
chiragknr1.blogspot.com
http://chiragknr1.blogspot.in
http://hindisopan.blogspot.in
No comments:
Post a Comment